जिन्दगी में कुछ पल चाहिए होते हैं की आप जो हैं खुद को उससे अलग महसूस करे और किसी ऐसी चीज से जुड़े जो आपके लिए नयी और सुखद तो जाहिर हैं ऐसा आपको सिर्फ पुस्तकों में ही मिल सकता हैं जहाँ पे आपको शांति और सांत्वना दोनों मिलती हैं | किताब में अंकित उन शब्दों में इतनी शक्ति होती होती हैं की वो आपके अंतर्मन को झकझोर देती हैं और आपके अंदर की बाते बाहर खीच लाती हैं , शायद इसीलिए हर एक इंसान को इन किताबो से जुड़ जाना आनंदित करता हैं | ऐसी ही एक किताब हैं युवा लेखक समीर खान की |
एक उभरते हुए लेखक समीर खान का मानना हैं की कलम में हर स्थिति को बदलने की शक्ति होती हैं चाहे वह मानसिक हो या फिर सामाजिक | एक लेखक की किताब जिसने इसमें कम शब्दों में शायद बहुत कुछ समेत के रख दिया हैं | एक किताब जो शायद आपको अंदर तक झकझोर के रख दे |









