सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक पर डाटा चुराने के विवाद को लेकर अरबपति व्यवसायी आनंद महिंद्रा ने अपनी बात रखी है। आनंद महिंद्रा ने सुझाव भी दिया है कि अभी फेसबुक का वैकल्पिक प्लेटफॉर्म तैयार करने की जरुरत है। बता दें, सोशल नेटवर्किंग साइट पर 200 करोड़ से ज्यादा अकाउंट हैं। फेसबुक-कैंब्रिज विश्लेषणात्मक घोटाले के बाद फेसबुक पर काफी सवाल उठे हैं।
आनद महिंद्रा का एलान -आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा, ये सोचने की शुरुआत है कि क्या कोई ऐसी सोशल नेटवर्किंग कंपनी है जो बहुत व्यापक रूप से स्वामित्व वाली है और पेशेवर और खुद से किसी कंट्रोल करती है। अगर किसी भी भारतीय के पास ऐसा प्लान है तो मैं देखना चाहूंगा। और सहायता भी कर सकता हूं।
यह पहली बार नहीं है जब आनंद महिंद्रा ने इस तरह के प्रोजक्ट्स में रुचि दिखाई हो। पिछले महीने भी उन्होंने नीरव मोदी घोटाले पर कमेंट किया था, जिसने सबका ध्यान खींचा था। कैम्ब्रिज एनालिटिका विवाद सामने आने के बाद फेसबुक ने माफी भी मांगी थी। वहीं फेसबुक के विज्ञापनों पर भी इसका असर पड़ा था। फेसबुक के विज्ञापन पर रोक लगाने में सबसे बड़ा नाम जर्मन कंपनी कॉमर्जबैंक और इलेक्टॉनिक प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी सोनोस का नाम शामिल था।
विवादों में है फेसबुक –
आपको बता दे की डेटा लीक मामले के बाद लगातार लोग फेसबुक इंस्टाल करने में लगे हुए जिससे उसे भरी नुकसान हुआ है| तो वही इसपर फेसबुक के मालिक ने बात करते हुए कहा की अगर ऐसा कुछ होता है तो हम इसकी जिम्मेदारी लेते है और इसको सही करने का पूरा प्रयास करेगे क्यकी गलती हमारी है | इस पर बीजेपी और कांग्रेस पिछले कई दिनों से लगातार एक दूसरे को घेर रहे है और एक दूसरे पर इल्जाम लगा रहे है और कह रहे है बीजेपी ने देश का डेटा विदेशी कम्पनियों को बेच दिया है | वही इसके ही चलते नमो एप को लेकर भी विवाद शुरू हो गया है और कहना है की मोदी जी पर बना ये एप देश की जनता की जानकारिय विदेशो में भेज रहा है | नमो एप को लेकर कांग्रेस बीजेपी को बुरी तरह से घेर रही है और कही ना कही बीजेपी इसमें फसती नजर आ रही है | इसके बाद कांग्रेस ने भी अपना एप प्ले स्टोर से हटा दिया है क्योकि इस मानना है की कही ना कही डेटा लीक की खबरे सही है और इससे उसको नुकसान हो सकता है |
जाहीर है की आनंद महिंद्रा अगर ऐसा एलान करते है तो कही ना कही देश को फायदा हूगा और देश आगे बढ़ेगा साथ ही इसकी निर्भरता फेसबुक पर कम होगी | आपको बता दे की चीन में अभी भी फ़कीबूओक नहीं इस्तेमाल होता बल्कि उन्होंने अपनी सोशल साईट बनाई हुई है |