लगातार गायब हो रहे है कांग्रेस के विधायक, अब एक और हुआ कम, इतने बचे

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Congress MLAs are constantly disappearing, now one more

कर्नाटक में 48 घंटे तक चले सियासी तूफान के बीच आखिरकार भाजपा के येदुरप्पा के सिर मुख्यमंत्री का ताज सज गया है। अब येदुरप्पा के सामने 15 दिनों के अंदर बहुमत साबित करने की चुनौती है। लेकिन…येदुरप्पा की ‘बहुमत की टेंशन’ से ज्यादा कांग्रेस की अपनी परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। सरकार बनाने का मौका हाथ से निकलने के बाद, अब अपने विधायकों को बचाना कांग्रेस के लिए काफी मुश्किल होता जा रहा है। पहले से ही लापता चल रहे दो विधायकों के बाद कांग्रेस खेमे से एक और विधायक कम हो गया है।

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राजशेखर पाटिल हुए लापता-

जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को कांग्रेस विधायक राजशेखर पाटिल खराब सेहत का हवाला देते हुए बेंगलुरू के ईगल्टन रिजॉर्ट से निकलकर अपने घर चले गए। अब कांग्रेस के पास 78 में से 75 विधायक बचे हैं, जो बेंगलुरू के ईगल्टन रिजॉर्ट में ठहरे हुए हैं। उसके दो विधायक आनंद सिंह और पीजी पाटिल पहले से ही लापता चल रहे हैं। इनमें से आनंद सिंह के भाजपा में शामिल होने की अटकलें भी तेज हैं।

सियासी पारा है गरम-

गौरतलब है कि कर्नाटक में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। भाजपा को सबसे बड़ा दल होने के नाते राज्यपाल वजूभाई वाला ने बुधवार को सरकार बनाने का निमंत्रण दिया और येदुरप्पा ने गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। राज्यपाल के फैसले को संविधान विरोधी बताते हुए कांग्रेस ने विधानसभा परिसर में धरना भी दिया। वहीं भाजपा का कहना है कि वो सदन में अपना बहुमत साबित कर देगी।

मोदी के चंगुल में है ये विधायक-

इससे पहले खबर आई थी कि कांग्रेस के चार विधायक लापता हैं। ये चारों विधायक ना तो कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पहुंचे और ना ही रिजॉर्ट में पहुंचे। हालांकि बाद में दो विधायकों ने सामने आकर बयान दिया कि वो कांग्रेस के साथ ही हैं। लापता विधायकों के बारे में कांग्रेस सांसद डीके सुरेश ने बताया कि आनंद सिंह को छोड़कर बाकी सभी विधायक हमारे साथ मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि आनंद सिंह नरेंद्र मोदी के चंगुल में हैं।

कांग्रेस के पाले में निर्दलीय विधायक-

येदुरप्पा के सीएम बनने पर जहां बीजेपी में जश्न का माहौल है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और जेडीएस दोनों तिलमिला उठे हैं, राज्यपाल वजुभाई वाला के इस फैसले के खिलाफ गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सहित कांग्रेस विधायकों और नेताओं ने विधानसभा के बाहर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया।इस धरने में जेडीएस के भी विधायक शामिल हुए हैं लेकिन सबसे खास बात ये है कि आज के धरने में वो दो निर्दलीय विधायक भी शामिल हुए हैं, जो कि कल तक बीजेपी के साथ आने की बात कह रहे थे।

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