दिल्ली में बीते कई दिनों से भारी संख्या में एकत्रित छात्र ssc का पेपर लीक होने का दावा कर रहे है और इसके लिए उन्होंने जोरदार प्रदर्शन किया जिसका असर अब नजर आने लगा है | अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन के बाद सोमवार को सरकार मामले की सीबीआई जांच करवाने को तैयार हो गई है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग मानते हुए मामले की सीबीआई से जांच के आदेश दे दिया गया है। हम उम्मीद करते हैं कि छात्र अब प्रदर्शन वापस ले लेंगे।’ सीबीआई जांच के फैसले पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने खुशी जताई। वहीं प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि लिखित जानकारी आने के बाद ही विरोध खत्म किया जाएगा। ताजा जानकारी के मुताबिक, छात्रों द्वारा लगातार आंदोलन के बाद एसएससी चेयरमैन असीम खुराना ने उनकी मांगों को स्वीकार कर लिया है। खुराना ने बयान जारी कर कहा कि एसएससी की 21 फरवरी को हुई परीक्षा के प्रश्नपत्र-1 के सवाल लीक होने के आरोपों की सीबीआई से जांच कराई जाएगी। इसके लिए कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग से सिफारिश की जाएगी। उधर पेपर लीक मामला देश की सर्वोच्च अदालत तक जा पहुंचा है। मामले में जांच की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई याचिका पर 12 मार्च को सुनवाई होगी।
आन्दोलन में मनोज तिवारी का रहा साथ –
आपको बता दें कि दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के नेतृत्व में आंदोलनरत छात्रों का प्रतिनिधिमंडल गृहमंत्री राजनाथ सिंह व एसएससी चेयरमैन असीम खुराना से मिला था। मुलाकात को लेकर मनोज तिवारी ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर छात्रों का पक्ष रखा था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, असीम खुराना ने पेपर लीक मामले की सीबीआइ जांच का नैतिक समर्थन किया है।
एसएससी चेयरमैन से मुलाकात के बाद प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने धरना कर रहे छात्रों को धरना स्थगित करने की अपील की। छात्रों ने भाजपा द्वारा किए गए हस्तक्षेप का अभिनंदन किया है। आपको बता दें कि, बीते 27 फरवरी से कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा में हुई धांधली को लेकर छात्र एसएससी कार्यालय के बाहर 27 फरवरी से प्रदर्शन कर रहे थे।
जाहिर है की छात्रों का कहना है की एसएससी एग्जाम के पेपर को केवल लीक नहीं कराया गया है बल्कि नौकरी दिलाने के लिए छात्रो से एक सीट के लिए लाखो रुपये भी वसूले गए है | छात्रो का कहना है की इंस्पेक्टर , वन विभाग और देश में कई सारे विभागों में नौकरी देने के लिए रेट फिक्स किया गया है और कहा जाता है की पचास लाख लाइए और नौकरी ले जाइए | इसी व्यवस्था को उखाड़ फेंकने के लिए पिछले कई दिनों से छात्रो का प्रदर्शन जारी था और आज राजनाथ सिंह के आश्वासन के बाद छात्रो में ख़ुशी की लहर है |