गुजरात चुनाव प्रचार अपने चरम पे हैं और हर कोई गुजरात को जीतना चाहता हैं | जहाँ गुजरात में पीएम मोदी की साख दाँव में लगी हुई हैं वही दूसरी तरफ कांग्रेस अपना सिक्का जमाने की तयारी में हैं | बीजेपी की दावेदारी को मजबूत करने के लिए पीएम मोदी ने गुजरातियों को एक खुला कहता लिखा हैं जिसमे उन्होंने लोगो से अपील की हैं की वो हार्दिक और अल्पेश के जाल में ना फसे |
जाती और संप्रदाय से दूर रहे –
पीएम मोदी ने अपील की है कि लोग जाति और संप्रदाय की राजनीति में न फंसे। पीएम ने अपने पत्र में गुजरात को आत्मा और भारत को परमात्मा बताया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें बीजेपी के शासन में आने से 22 साल पहले के गुजरात के बुरे हालातों को याद रखना चाहिए। इसी के साथ पीएम मोदी ने लोगों से बीजेपी को वोट देने की अपील की | पीएम मोदी ने कहा कि लोगों को याद होगा (जिन लोगों की उम्र 20 के आसपास है उन्हें शायद न याद हो) कि बीते वर्षों गुजरात के मतदाता कैसे सांप्रदायिक और जातिवादी पूर्वाग्रहों से जूझ रहे थे। पीएम ने लिखा है कि यह अब आपकी जिम्मेदारी है कि राज्य को फिर से इस जाल में फंसने से बचाएं। पीएम की चिट्ठी ऐसे समय में आई है जब कांग्रेस गुजरात में अलग-अलग जाति से आने वाले ताकतवर नेताओं को अपनी ओर करने की कोशिश में जुटी है। पीएम ने अपने खत में लिखा है कि ऐसा पहली बार हुआ है कि केंद्र और राज्य, दोनों ही जगहों पर बीजेपी की सरकार है। पीएम ने लिखा है कि ‘अभी केवल 3 साल ही हुए हैं जब आपने मुझे देश के नेतृत्व की जिम्मेदारी दी है। इतने कम समय में हम ऐसी कई स्कीम लेकर आए हैं जिनसे गरीबों की जिंदगी बेहतर हुई है।’ पीएम ने अपने खत में लिखा है कि ‘विकास को गुजरातियों से ज्यादा कोई नहीं समझ सकता। विकास ही सारी समस्याओं का जवाब है और बीजेपी को एक बार फिर वोट देकर आपको विकासयात्रा को आगे लेकर जाना चाहिए।’
कुछ खास समय में आई मोदी की चिट्ठी –
आपको बता दें कि पीएम मोदी की चिट्ठी ऐसे मौके पर आई है जब गुजरात चुनाव सिर पर है और कांग्रेस गुजरात में अलग-अलग जाति से आने वाले ताकतवर नेताओं को अपनी ओर करने की कोशिश में जुटी है। ओबीसी तबके से आने वाले एक महत्वपूर्ण युवा नेता अल्पेश ठाकोर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। कांग्रेस पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के साथ भी बातचीत में जुटी हुई है।