नई दिल्ली: लोकसभा सदन में आज वो कुछ हुआ जो शायद पहले ना हुआ हो| दो विपक्षी नेताओ का आपस में गले मिलना कही ना कही अपने आपस में विलक्षण होता है| मोदी से जाकर राहुल गले मिले और ये बात राहुल गाँधी की महानता को दर्शाता है| राहुल भाषण खत्म करके मोदी से गले जा मिले| राहुल ने कहा भले ही आपके मन में मेरे लिए नफरत हो लेकिन मैं आपसे नफरत नहीं करता, मैं कांग्रेस हूँ और मैंने कांग्रेस से यही सीखा है|
भाषण में मोदी सरकार को घेरा– अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए सदन में राहुल गांधी ने बीजेपी पर हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने 4 सालों में जुमला ही दिया है देश को। सबसे पहले 15 लाख देने के मुद्दे पर राहुल ने बीजेपी पर हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि केवल 4 लाख युवाओं को रोजगार मिला। बीजेपी सरकार पर जनता ने भरोसा जताया था लेकिन देश को कुछ नहीं मिला। राहुल गांधी ने रोजगार के मुद्दे पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि पकौड़े बनाओ। पीएम ऐसी बातें करते हैं रोजगार के मुद्दे पर। पीएम मोदी के शब्दों का यही मतलब है। राहुल गांधी ने कहा कि पता नहीं ऐसा क्या हुआ कि अचानक कालेधन के खिलाफ इन्होंने कदम उठाते हुए नोटबंदी कर दी। लेकिन उसका क्या फायदा मिला।
राफेल डील पर भी खूब सुनाई– राफेल डील पर मोदी सरकार को घेरते हुए राहुल ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया। राहुल बोले कि पता नहीं क्या हुआ, किससे बात हुई और डील हो गई। मैंने फ्रांस के राष्ट्रपति से बात की थी। पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि रक्षामंत्री ने दबाव में आकर सौदा किया था, रक्षामंत्री ने झूठ बोला था। राहुल गांधी के इस बयान पर जमकर हंगामा हुआ और बीजेपी ने राहुल का विरोध किया। राहुल ने कहा कि सौदे की जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई। राहुल ने इसे झूठा समझौता करार दिया। जिसपर स्पीकर ने झूठा शब्द हटाने को रिकॉर्ड से हटाने को कहा।
सूटबूट वालो से बात करते है मोदी– कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जीएसटी का विरोध बीजेपी ने किया था जब कांग्रेस इसे लेकर आयी। लेकिन इन्होंने इसे लागू किया और 5 टैक्स देश पर थोप दिए। पीएम मोदी की बात सूटबूट वालों से होती हैं, छोटे दुकानदारों से नहीं होती है। इनके दिल में गरीबों के लिए कोई जगह नहीं है। राहुल गांधी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम ने कहा था कि मैं देश का चौकीदार हूं, प्रधानमंत्री नहीं हूं, लेकिन अमित शाह के बेटे जय शाह के मामले पर चुप रहे।
अपने इस भाषण के बाद वो मोदी से गले जा मिले| सदन में ऐसा होने की किसो को उम्मीद नहीं थी लेकिन ऐसा हो गया|