शिक्षक की छेड़खानी से परेशान होकर 9वीं की छात्रा ने की ख़ुदकुशी

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भारत की बात करें तो आये दिन इस देश में बच्चों के आत्महत्या करने के मामले में बढ़ोतरी देखी जा रही है। आज के इस दौर में छोटे बच्चे किसी भी परेशानी के आने पर उसका हल निकालने के बजाय आत्महत्या करने को ही एक रास्ता मानते हैं। यही वजह है कि छोटी-छोटी समस्याओं के आने पर वह इस कदर टूट जाते हैं कि वह मौत को गले लगा लेते हैं। आज ऐसा ही एक मामला देश के दिल कहे जाने वाली दिल्ली से आ रही है। खुदकुशी का यह मामला दिल्ली के एक नामी गिरामी स्कूल से जुड़ा हुआ है। ऐसा बताया जा रहा है कि उस लड़की ने एग्जाम में फेल होने के बाद मौत को अपने गले लगा लिया। वहीं उनके परिवार वालों के मुताबिक उस की आत्महत्या के पीछे उसके स्कूल वालों का हाथ है। तो चलिए बताते हैं आपको इस मामले के बारे में विस्तार से

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मिल रही जानकारी के मुताबिक ऐसा बताया जा रहा है कि नोएडा की रहने वाली है 15 वर्षीय छात्रा एलकॉन नामक स्कूल में नौवीं कक्षा में पढ़ाई कर रही थी। बीते मंगलवार को उसके एग्जाम्स के रिजल्ट आए जिसमें कि वह लड़की दो सब्जेक्ट वह फेल हो गई थी। एग्जाम में फेल होने का डर उसके ऊपर इस कदर हावी हो चुका था कि उसने आत्महत्या करने का ही मन बना लिया लड़की ने उसी दिन पंखे से लटककर अपनी जान दे दी।

जब इस बात का पता उनके परिवार वालों को चला तो उनके परिवार वालों ने उसे स्कूल के शिक्षक के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि “उनकी बेटी ने एक बार उनसे यह बातें बताई थी कि उस स्कूल में पढ़ाने वाले सामाजिक विज्ञान के टीचर उनकी बच्ची को गंदी नजर से देखा करते थे”। इसके साथ ही साथ वह उसे गलत तरीके से छुआ भी करते थे। उनके पिता के मुताबिक वह खुद एक शिक्षक है इसलिए वह उस वक्त अपनी बच्ची के बातों के ऊपर यकीन ना करते हुए यह सोचा कि शायद गलती से उनके शिक्षक का हाथ उनकी बेटी के शरीर को छू गया होगा। पर अब उसकी मौत के बाद उन्हें एहसास हो गया है कि उनकी बच्ची उस दिन जो कुछ उनके सामने बयां कर रही थी वह सब कुछ सच था।

जब इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई है तो पुलिस ने स्कूल के टीचर राजीव सागर और नीरज आनंद के साथ साथ उस स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया। लड़की के परिवार वालों के मुताबिक स्कूल प्रशासन ने उनकी बच्ची को जानबूझकर दो विषयों में फेल कर दिया।

ऐसा बताया जा रहा है कि उस स्कूल के प्रिंसिपल और टीचर उस लड़की को बहुत ही ज्यादा परेशान किया करते थे। इसके साथ ही साथ आए दिन उनके साथ छेड़छाड़ भी किया करते थे। पर वह लड़की डर के मारे किसी को अपने साथ होने वाले अपराध के बारे में एक भी शब्द नहीं बोला करती थी। उस लड़की को ऐसा लगता था कि अगर उसने अपने परिवार के सामने कुछ बोला तो उसे खुद ना सुनना पड़ जाए। फिलहाल पुलिस ने उस बच्ची का शव बरामद कर अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करने का आश्वासन दे रही है।

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